जकार्ता, सीएनएन इंडोनेशिया —
आपदा बाढ़ और भूस्खलन जो कई क्षेत्रों में हुआ उत्तर सुमात्रा 23 से 27 नवंबर तक 26 लोगों की मौत हो गई।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी (बीएनपीबी) के शनिवार (30/11) के आंकड़ों के आधार पर, मौतें कई क्षेत्रों से हुईं।
विवरण में डेलीसेरडांग रीजेंसी और कारो रीजेंसी में प्रत्येक में 10 लोग, पदांग लावास रीजेंसी में 4 लोग और दक्षिण तपनुली रीजेंसी में 2 लोग शामिल हैं।
बाढ़ और भूस्खलन के कारण सैकड़ों अन्य लोगों के घायल होने की खबर है।
इसके अलावा, पिछले सप्ताह आपदा के बाद से 2,514 लोग विस्थापित हुए हैं। लगभग 6,987 घरों में बाढ़ आ गई और 232 अन्य घर क्षतिग्रस्त हो गए।
23 से 27 नवंबर तक उत्तरी सुमात्रा के कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की मार पड़ी। 5 जिले/शहर बाढ़ से प्रभावित हुए और 2 जिले भूस्खलन से प्रभावित हुए।
इन क्षेत्रों में मेदान सिटी, डेलिसेरडांग रीजेंसी, नॉर्थ पदांग लावास रीजेंसी, साउथ तपनुली रीजेंसी, पदांग लावास रीजेंसी, असाहन रीजेंसी, मंडेलिंग नेटाल रीजेंसी, कारो रीजेंसी और लैंगकैट रीजेंसी शामिल हैं।
वर्तमान में, पदांग लावास में बाढ़ का पानी कम होने लगा है और नियंत्रित किया जा रहा है। बिंजई शहर में बाढ़ भी धीरे-धीरे कम हो गई है।
बाढ़ और भूस्खलन ने 27 नवंबर को 2024 के क्षेत्रीय चुनावों के लिए मतदान गतिविधियों को भी बाधित कर दिया। इसके अलावा, मेदान और डेलिसेरडांग क्षेत्रों में पीडीएएम तीर्थनदी जल सेवाएं अगले 3 सप्ताह तक बाधित रहेंगी।
(घंटा/बंद)
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